मोहब्बत अधूरी
यादें जब आँखों में उमड़ीं, सागर सी छलक आईं
दिल की हर धड़कन में तुम हो, यह बात हमें समझ आयी
मलाल नहीं हमें कि हमने मोहब्बत की तुमसे ही,
पर क्या तुमको भी हमसे मोहब्बत थी, बस ये बात कभी समझ नहीं आयी
क्या थे ये पल, सिर्फ एक क्षण की मीठी चाह
या फिर थी कोई सच्ची, गहरी मोहब्बत की राह
आँखों में छुपा जो सवाल था, वो आज भी बेजुबाँ है
तुम्हारी हर मुस्कान में, एक अधूरा अरमाँ है
क्या तुम्हें कभी भी हमारे बीच की मोहब्बत का एहसास हुआ
या बस एक बेरंग सी यादों का, खामोश सा इंतज़ार रहा.....
एनजे लव योरसेल्फ द्वारा लिखित
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